परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय (पखनि) नीचे दर्शाए अनुसार, परमाणु ऊर्जा विभाग की अनुसंधान तथा विकास की प्रमुख इकाइयों में से एक है ।
इस निदेशालय का नेतृत्व 'निदेशक' करते हैं जिनकी, अपर निदेशक, क्षेत्रीय निदेशक, वर्ग प्रमुख, मुख्य प्रशासनिक एवं लेखा अधिकारी तथा संयुक्त नियंत्रक (वित्त एवं लेखा) सहायता करते हैं ।
इस निदेशालय का केन्द्रीय मुख्यालय हैदराबाद में स्थित है | निदेशालय की नीति के कार्यान्वयन के लिए देश को भौगोलिक आधार पर सात क्षेत्रों में रखा गया है, प्रत्येक क्षेत्र का प्रशासनिक नियंत्रण क्षेत्रीय निदेशक के हाथ में होता है जो कार्य को वर्गों, अनुभागों तथा उस क्षेत्र की प्रयोगशालाओं के माध्यम से पूरा करवाता है ।
परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय |
निदेशक |
श्री धीरज पांडे |
अपर निदेशक (प्रचालन-I) |
मयंक अग्रवाल |
दक्षिणी क्षेत्र, पूर्वी क्षेत्र, पूर्वोत्तर क्षेत्र, पश्चिमी क्षेत्र, विभागीय भूवेधन वर्ग, संविदा भूवेधन वर्ग, निर्माण एवं इंजिनियरिंग सेवा वर्ग, सामग्री प्रबंधन वर्ग, एवं सुरक्षा इकाई |
अपर निदेशक (प्रचालन-II) |
डॉ. प्रखर कुमार |
उत्तरी क्षेत्र, मध्यवर्ती क्षेत्र, दक्षिण मध्यवर्ती क्षेत्र, वायुवाहित सर्वेक्षण एवं सुदूर संवेदन वर्ग, अन्वेषण भू-भौतिकी वर्ग, परमाणु खनिज आंकड़ा केंद्र, खनन नियामक वर्ग, पर्यावरण एवं वन प्रकोष्ठ, इलेक्ट्रॉनिक आंकड़ा एवं सूचना सुरक्षा ऑडिट सेल और परियोजना सूत्रीकरण एवं निगरानी वर्ग |
अपर निदेशक(अनुसंधान एवं विकास) |
प्रेम कुमार शर्मा |
पुलिन बालू एवं उपतटीय अन्वेषण वर्ग, विरल धातु एवं विरल मृदा वर्ग, उपकरणन वर्ग, भौतिकी वर्ग, रसायन वर्ग, खनिजिकी-शैलिकी-भूरसायनशास्त्र वर्ग, परमाणु खनिज स्टॉक-पाइल एकाउंटिंग, मानव संसाधन विकास, वैज्ञानिक एवं तकनीकी संसाधन केन्द्र, प्रकाशन वर्ग, जन जागरूकता कार्यक्रम, अनुसंधान एवं विकास, एवं भापअकें-पखनि प्रशिक्षण विद्यालय |