वैज्ञानिक संगोष्ठी के आयोजन की झलकियां
परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय, मध्यवर्ती क्षेत्र, नागपुर में 17 सितंबर, 2020 को “मध्य भारत में परमाणु खनिज अन्वेषण: वर्तमान परिदृश्य एवं भविष्य की संभावनाएं”, पर एक दिवसीय हिन्दी वैज्ञानिक संगोष्ठी का आयोजन विडिओ कॉन्फ्रेंस के माध्यम से किया गया । हालाँकि, इस कार्यक्रम का आयोजन दिनांक 30-31 मार्च, 2020 को पूर्वनिर्धारित था किन्तु, नॉवल कोरोना विषाणु-19 के व्यापक प्रकोप तथा केन्द्रीय/स्थानीय/ विभागीय प्रशासन द्वारा इससे बचाव हेतु समय-समय पर जारी दिशानिर्देशों के अनुपालन को ध्यान में रखते हुए, पखनि मुख्यालय की अनुमति से, इसे दिनांक 17.09.2020 को विडिओ कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित किया गया । सभी क्षेत्रीय मुख्यालयों (हैदराबाद, जयपुर, शिलाँग, बेंगलुरु, जमशेदपुर, एवं नई दिल्ली) के क्षेत्रीय निदेशकों सहित वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने विडिओ कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कार्यक्रम में हिस्सा लिया । कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ दीपक कुमार सिन्हा, निदेशक पखनि, सम्माननीय अतिथि अपर निदेशकगण (प्रचालन-I), (प्रचालन-II एवं III), एवं अनुसंधान एवं विकास और अन्य उपस्थित गणमान्यों के द्वारा मुख्यालय हैदराबाद में तथा श्री अर्जुन पंडा, क्षेत्रीय निदेशक, मध्यवर्ती क्षेत्र एवं अन्य उपस्थित गणमान्यों द्वारा नागपुर में एक साथ दीप-प्रज्ज्वलित करके किया गया, साथ ही साथ प्रस्तुत शोध पत्रों की संग्रहिका ‘परमाणु खनिज स्मारिका के प्रथमांक’ का विमोचन भी किया गया । इस संगोष्ठी मे प्रस्तुतीकरण और प्रकाशन हेतु कुल 24 शोध पत्रों का चयन किया गया । मुख्य वक्ता के रूप में डॉ दीपक कुमार सिन्हा, निदेशक पखनि, ने “खैरागढ़ द्रोणीः नवीनतम आयामों के प्रकाश में यूरेनियम संभावनाओं की समीक्षा” विषय पर अपना सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किया । अपने व्याख्यान में उन्होंने इस क्षेत्र के भौगोलिक परिदृश्य एवं अब तक किए गए अन्वेषण एवं अनुसंधान की जानकारी प्रदान करते हुए युवा वैज्ञानिकों से इस क्षेत्र में कार्य करने का आह्वान किया । तीन सत्रों मे विभाजित, 24 शोध पत्रों का प्रस्तुतीकरण लेखकों द्वारा विडिओ कॉन्फ्रेंस के माध्यम सम्पन्न हुआ।
तीनों सत्रों में प्रस्तुत शोध पत्रों की समीक्षा क्षेत्रीय निदेशक, मध्यवर्ती क्षेत्र, अपर निदेशकगण एवं निदेशक द्वारा की गई। अंत में श्री पी. के. गुप्ता, संगोष्ठी के संयोजक, द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ ही कार्यक्रम के समापन की घोषणा की गई ।
संगोष्ठी के आयोजन की खबर नागपुर के अखबार दैनिक भास्कर में भी प्रकाशित हुई ।