वर्तमान परिप्रेक्ष्य में परमाणु खनिज अन्वेषण एवं भविष्य की संभावनाएं
परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय, पूर्वोत्तर क्षेत्र, शिलांग में 7 एवं 8 जनवरी, 2021 को “वर्तमान परिप्रेक्ष्य में परमाणु खनिज अन्वेषण एवं भविष्य की संभावनाएं” पर दो अर्ध-दिवसीय हिन्दी वैज्ञानिक संगोष्ठी का आयोजन आभासी (वर्चुअल) माध्यम से किया गया। सभी क्षेत्रीय मुख्यालयों (नई दिल्ली, बेंगलुरु, जयपुर, जमशेदपुर, शिलाँग, नागपुर एवं हैदराबाद,) के क्षेत्रीय निदेशकों सहित वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने विडिओ कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कार्यक्रम में हिस्सा लिया ।
संगोष्ठी का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ। इस संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रुप में प्रो.(डॉ.) पृथ्वीस भट्टाचार्य, निदेशक, पूर्वोत्तर इंदिरा गांधी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य संस्थान, शिलांग से जुड़े रहे। संगोष्ठी से संयोजक, श्री उदय प्रकाश शर्मा, द्वारा संगोष्ठी परिचय के उपरांत डॉ. कमलेश कुमार, क्षेत्रीय निदेशक, शिलांग द्वारा स्वागत संबोधन प्रस्तुत किया गया। संगोष्ठी मे प्रस्तुत 24 शोध पत्रों की सारांश संग्रहिका, पखनि मुख्यालय एवं पखनि, पूर्वोत्तर क्षेत्र के द्वारा एक साथ विमोचित किया गया।
इसके पश्चात सम्माननीय अतिथिगण डॉ. टी. सुनील कुमार, अपर निदेशक (अनुसंधान एवं विकास), श्री बी. सरवणन, अपर निदेशक (प्रचालन- II) तथा श्री संदीप हैमिल्टन, अपर निदेशक (प्रचालन- I) द्वारा संबोधन प्रस्तुत किया गया। डॉ दीपक कुमार सिन्हा, निदेशक, पखनि ने विशिष्ट अतिथि के रूप मे अपना संबोधन प्रस्तुत किया और सफलता के लिए शुभकामनायें दी। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो.(डॉ.) पृथ्वीस भट्टाचार्य ने अपना संबोधन प्रस्तुत किया तथा इस प्रकार की वैज्ञानिक संगोष्ठी के हिंदी में आयोजन किए जाने की सराहना की। कुल 03 तकनीकी एवं समीक्षा सत्रों मे समाहित आयोजन के पहले तकनीकी सत्र मे डॉ. दीपक कुमार सिन्हा, निदेशक, पखनि ने “पूर्वोत्तर भारत में परमाणु खनिजों की संभावनाओं की समीक्षा” विषय पर अपना सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किया। अपने व्याख्यान में उन्होंने इस क्षेत्र के दुर्गम भौगोलिक परिदृश्य एवं प्राप्त सफलता की जानकारी प्रदान करते हुए युवा वैज्ञानिकों से इस क्षेत्र में दुगनी मेहनत एवं लगन से कार्य करने का आह्वान किया ।
दो दिनों तक चले संगोष्ठी के तीन सत्रों मे विभाजित, 24 शोध पत्रों का प्रस्तुतीकरण लेखकों द्वारा किया गया जिसे प्रत्येक सत्र के सत्राध्यक्ष तथा प्रतिवेदकों ने सुचारु रूप से सम्पन्न करवाया। इस संगोष्ठी की समीक्षा डॉ. कमलेश कुमार, क्षेत्रीय निदेशक, पूर्वोत्तर क्षेत्र, डॉ. टी. सुनील कुमार, अपर निदेशक (अनुसंधान एवं विकास), श्री बी. सरवणन, अपर निदेशक (प्रचालन- II) तथा श्री संदीप हैमिल्टन, अपर निदेशक (प्रचालन- I), डॉ. राहुल बॅनर्जी, पूर्व क्षेत्रीय निदेशक, पूर्वोत्तर क्षेत्र, श्री ए.के.भट्ट, पूर्व अपर निदेशक (प्रचालन- I) एवं डॉ. दीपक कुमार सिन्हा, निदेशक, पखनि द्वारा की गई। इसके अतिरिक्त विभिन्न क्षेत्रों के क्षेत्रीय निदेशक गण तथा विभिन्न वर्गों के प्रधान ने भी अपने विचार व्यक्त किए। संगोष्ठी उपरांत इस प्रकार के गहन मंथन एवं विचारों से परिपूर्ण समीक्षा सत्र की आवश्यकता पर निदेशक महोदय ने बल दिया एवं संतोष प्रकट किया । हिन्दी संगोष्ठी का यह अखिल भारतीय आयोजन अपने उद्देश्य में सफल रहा ।
कार्यक्रम के अंत में डॉ. प्रखर कुमार, उप क्षेत्रीय निदेशक, पूर्वोत्तर क्षेत्र द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया।