
प.ख.नि. में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस - 2022 का आयोजन
परमाणु ऊर्जा विभाग (प.ऊ.वि.) की घटक इकाई, परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय (प.ख.नि.), हैदराबाद ने 28.02.2022 को प.ख.नि. में ‘सतत भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एकीकृत दृष्टिकोण' विषय पर राष्ट्रीय विज्ञान दिवस - 2022 का आयोजन किया। इस अवसर पर विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों और संकाय सदस्यों ने मुख्यालय, हैदराबाद; नई दिल्ली, बेंगलुरु, जमशेदपुर, शिलांग, जयपुर, नागपुर और हैदराबाद में स्थित सात क्षेत्रीय केंद्रों तथा विशाखापत्तनम और तिरुवनंतपुरम में दो अनुभागीय कार्यालयों में प्रयोगशालाओं और भूवैज्ञानिक संग्रहालय का दौरा किया। मुख्य समारोह डॉ. होमी जे. भाभा सभागार, प.ख.नि. मुख्यालय, हैदराबाद के परिसर में आयोजित किया गया जिसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और यूट्यूब पर वेबकास्ट किया गया। मुख्य अतिथि प्रो. पी. अप्पा राव, पूर्व कुलपति, हैदराबाद विश्वविद्यालय; डॉ. डी.के. सिन्हा, निदेशक, प.ख.नि.; अपर निदेशक, प.ख.नि. श्री बी. सरवणन, डॉ. टी.एस. सुनील कुमार और श्री आर. मामल्लन तथा डॉ. टी. श्रीनिवास, प्रधान, खनिज प्रसंस्करण प्रभाग, भा.प.अ.के. ने अपनी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाई। देश के विभिन्न भागों से विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से छात्रगण और संकाय सदस्य; प.ख.नि. के सेवारत और सेवानिवृत्त अधिकारियों और कर्मचारियों सहित बड़ी संख्या में प्रतिभागी वर्चुअल मोड के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके अलावा, प.ख.नि. के वरिष्ठ अधिकारीगण, हैदराबाद के 13 शिक्षण संस्थानों के छात्र और संकाय सदस्य दर्शकगण में शामिल थे। श्री आर. मामल्लन ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए डॉ. डी.के. सिन्हा ने बेकाबू विकास के नकारात्मक प्रभावों जैसे प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन को दूर करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। इसके बाद प.ख.नि. में 'आजादी का अमृत महोत्सव' समारोह के अंतर्गत 8 और 21 दिसंबर, 2021 को आयोजित ऑनलाइन अखिल भारतीय निबंध और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं के शीर्ष पांच प्रतिभागियों के नामों की घोषणा की गई। निबंध प्रतियोगिता में 102 विद्यालयों से 1,400 छात्रों ने भाग लिया, जबकि 98 विद्यालयों के 3,100 छात्रों ने प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में भाग लिया, जो कक्षा VI - स्नातकोत्तर स्तर तक चार श्रेणियों के तहत आयोजित की गई थीं। तत्पश्चात मुख्य अतिथि प्रो. पी. अप्पा राव ने ‘सूक्ष्मजीव और सतत कृषि’ विषय पर आमंत्रित भाषण प्रस्तुत किया। प्रो. राव ने पौधे और मानव स्वास्थ्य में माइक्रोबायोम के महत्व पर जोर दिया और सतत कृषि और पारिस्थितिकी तंत्र में इसके महत्व पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। राष्ट्रगान की प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।